श्रमदान क्रान्ति
प्रत्येक देशवासी को यह शपथ ले लेनी चाहिए की वह देश के लिए समाज के लिए अपने अमूल्य समय में से कुछ समय प्रतिदिन अवश्य देगा । जिससे सर्वोदय (मौहल्ला समिति) शारीरिक श्रम के रूप में कार्य कराएगी । जो वोलेंटरी भी हो सकता है और शुल्क पर भी यह उस व्यक्ति विशेष पर तथा उसकी आर्थिक स्थिति पर निर्भर करता की वह किस प्रकार करना चाहता है ।