सुरक्षा क्रान्ति
जिस देश का नागरिक अपने को सुरक्षित महसूस करता है वह देश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहता है । आतंकवाद किसी भी देश के लिए बर्बादी का सबब बन सकता है और हमारे प्यारे देश भारत वर्ष के लिए दुर्भाग्य की बात है कि आतंकवाद ने हमारे देश में नासूर की तरह जड़े जमा रखी हैं । लेकिन यदि हम आतंकवाद को कुछ देर के लिए अलग रख कर भी देखें तो भी हमारे देश का सामान्य नागरिक अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करता । अतः सुरक्षा के मामले में देश में “सुरक्षा क्रांति” की सख्त आवश्यकता है । बच्चे अपहरण कर भीख मंगवाने वालों से सुरक्षित नही हैं । बच्चियाँ बलात्कारियों से सुरक्षित नहीं हैं । घर दुकान-चोर डैकैतों से सुरक्षित नहीं हैं । महिलाएँ चैन स्नेचर व मोबाईल छीनने वालो से सुरक्षित नहीं हैं । बहू बेटियाँ-दहेज़ के लोभियों से सुरक्षित नहीं हैं । ग़रीब आदमी धोखाधड़ी करने वालों से तो, मझले व्यापारी ठगी करने वालों से सुरक्षित नहीं हैं । समाज से ऐसे अपराधियों की छटाई कर लोगों के जीवन को सुरक्षित बनाना सर्वोदय मोहल्ला समिति का मुख्य लक्ष्य होगा ।