खेल क्रान्ति
खेल क्रान्ति का लाभ मनुष्य को तीन तरीक़ों से प्राप्त होता है इसलिये इसे सभी देशों को पूर्ण रूप से अपनाना चाहिए । सर्वप्रथम तो खेलने वाले बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा व शरीर शौष्टव बना रहता है । दूसरा अच्छा खिलाड़ी बनने पर चाहे वह किसी भी खेल का क्यूँ ना बने उस के लिए धन की व्यवस्था हो जाती है और राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर अपने खेल के अच्छे प्रदर्शन से खिलाड़ियों के रूप में धन व मैडिल प्राप्त होते हैं वो अलग । तीसरा व सबसे आकर्षक पहलू या लाभ है । प्रसिद्धी (पोपुलर्टी) का यदि खिलाड़ी राज्य, राष्ट्र या अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करता है तो उसे व उसके माँ-बाप, गाँव व शहर को प्रचार व प्रसिद्धी प्राप्त होती है । खिलाड़ियों के जीवन में उत्साह भरपूर रहता है । जिस देश में सभी खेलों में अच्छी मात्रा में खिलाड़ी निकलते हैं उस देश का परचम पूरे विश्व में लहराया जाता है और देश के खिलाड़ियों का एक बड़ा वर्ग पढ़ाई पूरी करते ही नौकरियों की लम्बी कतार में लगने से बच जाता है । दुनियाँ में बहुत से छोटे छोटे देश हैं जिनके खिलाड़ी औलम्पिक में अपने देश का परचम लहराते हैं । जैसे कि इस समय भारवतर्ष क्रिकेट, कबड्डी, कुस्ती व बोक्सिंग में दुनिया भर में छाया हुआ है, खेल क्रान्ति सम्पूर्ण स्वराज्य के लिए एक ऐसी क्रान्ति सिद्ध होगी जिसमें सर्वोदय मौहल्ला समिति को कमख़र्च में अधिक लाभ मिल सकेगा । लेकिन यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि बच्चों को बचपन से ही सभी खेलों के लिए तैयार करना सर्वोदय के लिए एक बड़ी चुनौती सिद्ध होगी ।